दुनिया की भीड़ में, सबसे करीब जो है, मेरे पापा मेरे खुदा, मेरी तकदीर वो है |
करीब अल्लाह के आओ तो कोई बात बने ईमान फिर से जगाओ तो कोई बात बने लहू जो बह गया कर्बला में उसके मकसद को समझो तो कोई बात बने